Manoj kumar
हर जुकाम या गले की तकलीफ कोरोना नहीं
गर्मी का मौसम और पल-पल बदलता तापमान हो सकता है गले या नाक में
परेशानी का कारण इसलिए घबराएं नहीं. ये लक्षण सिर्फ कोरोना संक्रमण कही नहीं, अन्य
मौसमी बीमारियों के भी हो सकते हैं.....
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Corona Virus |
बीतें कुछ माह से कोरोना संक्रमण सुर्ख़ियों में
पहले पायदान पर है. इससे पहले भी कई वायरस और बैक्टीरिया इंसानों के ले महामारी
साबित हुए लेकिन समय के साथ उन पर नियंत्रण पा लिया गया. बेशक, आने वाले समय में
कोविड – 19 पर भी काबू पा लिया जाएगा लेकिन जब तक वैक्सीन नहीं बनती तब तक इससे
बचने का कारगर उपाय शारीरिक दूरी और स्वच्छता के साथ अपनी इम्युनिटी को बकरार रखना
ही है. भले ही अनलॉक-1 ने जरूरी कामों के लिए घर से निकलने का मौका दिया है पर
कोरोना संक्रमण से बचना है तो जब तक आपको नाक, कान या गले की कोई बड़ी समस्या नहीं
है तब तक अस्पताल जाने की बजाय घर में सुरक्षित रहें, जिससे अन्य संक्रमण से बचे
रहेंग. दो-तीन दिन में यह समस्या बढ़ती है तो फैमिली फिजिशियन से सलाह लें और फिर
अलग कदम उठाएं. गले, कान या नाक की बीमारी में चकित्सक रोगी को बहुत करीब से देखता
है, जो रोगी व चिकित्सक, दोनों के लिए संक्रमण की वजह बन सकता है.
सक्रिय है अन्य संक्रमण भी :
यह मौसम ऐसा है, जब वायरस और बैक्टीरिया की
सक्रियता बढ़ जाती है. जिसके कारण गले में खराश, अचानक से छींके शुरू हो जाना, नाक
में खुजली होना, नाक का नम रहना आदि. सस्मया होना सामान्य बात है. कोविड-19 के
प्रारंभिक लक्षणों में भी जुकाम, खाँसी, खरास और साँस लेने की समस्या होती है
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी परेशानी कोरोना संक्रमण से ही जुड़ी है. यह
सोचकर धैर्य मत खोएं. पहले दो से तीन दिन तक अपनी परेशानी पर नजर रखें, फिर
चिकित्सा की सलाह लें.
और भी हैं कारण :
जिन लोगों को साइनोसाइटिस, अस्थमा, एलर्जी या
एसिडिटी की परेशानी है, उन्हें भी अक्सर जुकाम और गला चोक होने की समस्या होती है.
इस मौसम में गर्मी के कारण उल्टी होना सामान्य बात है. इससे भी गले में खराश या
बलगम बन सकता है,इसलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है.
इन्हें न करें नजरअंदाज :
ü व्यायाम और खानपान का विशेष ध्यान रखें, जिससे इम्युनिटी मजबूत रहे.
ü बहुत आवश्यक होने पर ही बाहर निकलें.ü मनोबल मजबूत रखें.
ü बिना मास्क के बाहर न निकलें.ü समय –समय पर साबुन या सेनिटाईजर से हाथ जरूर साफ़ करें.
ü अचानक गला चोक होने या फिर सुनाई न देने की समस्या हो तो चिकित्सक को जरूर दिखाए.
ü तीन दिन से अधिक बुखार, खाँसी या जुकाम है तो इसे गंभीरता से लें और जरूरत होने पर जाँच कराएँ.
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