nt, festivals, yoga, benefits of foods, homemade remedies, songs, story" /> जाने आम क्या है II आम के प्रकार II आम के पोषक तत्व II 19 फायदे ~ life style health gyan

सोमवार, 8 जून 2020

जाने आम क्या है II आम के प्रकार II आम के पोषक तत्व II 19 फायदे

Manoj kumar

कुदरत का मीठा तोहफा

लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के तनाव को हल्का करने आ गई है रसील आम की मनभावन मिठास. इसका स्वागत हो भी क्यों, न, स्वाद से लेकर सेहत और संस्कृति तक कायम जो है आम की बादशाहत......

Mango Fruits

यूँ तो भारत में : लगभग हरेक फल को स्वाद और अच्छे स्वास्थ्य के लिहाज से खाने का मशविरा सदियों से दिया जाता रहा है, मगर आम की बहार का रास्ता इसमें बौर आने के साथ ही बुहारा जाने लगता है. हो भी क्यों न, आम के रस और स्वाद में पौष्टिकता, शुद्धता, स्वाद और विभिन्न प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो इसे सूर्य की किरण के समान गुणकारी बनाते हैं.

तोहफा है यह देश का :

आम भारत, पाकिस्तान और फिलिपीन्स का राष्ट्रीय फल तो है ही मगर हमारे लिए यह शान की बात है कि आम के उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है. वास्तव में विश्व को आम का उपहार भारत ने ही दिया. समय के साथ आम की खेती अफ्रीका, ब्राजील, बरमूडा, बेस्टइंडीज और तथा मैक्सिको तक पहुँची.रामायण-महाभारत में भी आम के उपवनों का जिक्र है. इस फल का जुड़ाव हमारी संस्कृती से इस कदर है कि उत्सवों में आम की पत्तियों के बन्दनवार, कलश पर आम के पत्तों से सजावट की जाती है.
जायके के ढेरों इंतजाम दुनिया भर में आम की 1500 के करीब किस्में हैं, जिनमें से लगभग 100 किस्में भारत में उगाई जाती हैं. अपने औषधीय गुणों में अव्वल आम में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और शर्करा पर्याप्त मात्रा में होते हैं. पेट, हृदय, त्वचा, आँखों के लिए फायदेमंद आम रक्त को शुद्ध करने और भूख बढ़ाने मदद करता है. पूरे मौसम में एक तय मात्रा में खाया जाने वाला आम रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है.

बादशाह को प्रिय यह राजा :

इतिहास में भी दर्ज है कि सभी मुगल बादशाह आम के दीवाने थे. ‘आईन-ए-अकबरी’ में भी आम की किस्मों और उनकी खासियतों का जिक्र किया गया है. बहादुरशाह जफ़र ने अपने बगीचे ‘हयात बख्श’ में कुछ मशहूर आम उगाए थे. अवध के नवाब को दशहरी आम इतने पसंद थे कि जब कि इस आम की गुठली से भी पेड़ उगाया जा सकता है तो उन्होंने एक नियम बना दिया कि जब भी किसी को आम खाने को दिया जाए तो उसकी गुठली में छेद करना अनिवार्य होगा ताकि कोई दूसरी जगह पर इस जैसे स्वाद वाला पेड़ न उगा ले.

हर संस्कृति में सुगंध : 

आम के पेड़ से कई धार्मिक मान्युतएं जैसे रासलीला, शिव विवाह आदि जुड़ी हुई हैं. साँची के स्तूपों में भी आम को लेकर कई शिल्प अंकित हैं. आम के बारे में कुछ रोचक किस्से भी खासे मशहूर हैं. बिहार के भागलपुर जिले के धरहरा गाँव में परंपरा है कि जिस घर में लड़की पैदा हो, वह परिवार बेटी आने के उत्सव के रूप में आम के 10 पौधे लगाता है.

ख़ास नाम के अनोखे आम :

आम पर कई शायरों और कवियों ने भी अपनी जादूगरी दिखाई है. अकबर इलाहाबादी का एक शेर है ‘नामा न कोई या को पैगाम भेजिए, इस फसल में जो भेजिए, बस आम भेजिए.’ वहीँ मुनव्वर राणा ने भी आम की दीवानगी को कुछ इस तरह जाहिर किया है कि ‘इन्सान के हाथों की बनाई नहीं खाते, हम आम के मौसम में मिठाई नहीं खाते.’ 
सिर्फ किताबों में ही नहीं, तमाम रिकार्ड्स व सम्मानों में भी आम का जवाब नहीं. उत्तर प्रदेश के मलिहाबाद में आम की 300 प्रकार किस्मों के लिए मशहूर पद्मश्री हाजी कलीमुल्लाह का नाम लिम्बका बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज है. उन्होंने प्रधानमन्त्री मोदी के नाम पर ‘नमो’ के अलावा आम की कई नई किस्में तैयार की है. इनमें सचिन तेंदुलकर अमिताभ बच्चन तथा एपीजे अब्दुल कलाम के नाम की किस्में भी हैं.

मेला लगता है आम का :

औसत मेले मनोरंजन से संबंधित होते हैं जबकि मैंगों फेस्टिवल स्वाद के बारे में होता है. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में लगने वाला आम मेला बहुत लोकप्रिय है. इस मेले में आमों की 500 से अधिक किस्मों की नुमाइश होती है. एक बात और, किसी भी क्षेत्र विशेष के उत्पाद की खास पहचान के लिए जियोग्राफिक इंडिकेशन सर्टिफिकेट दिया जाता है और इसी सूची में अलफांसों आम भी शामिल है. 
वैसे आज देखा जाए तो आम के लगभग 500 से भी अधिक प्रकार/किस्म पर उन सभी के विषय में बताना संभव नहीं है, इसलिए आम के कुछ खास किस्म के विषय में उनके नाम और पाये जाने वाले स्थान के विषय में बताते हैं, जो निम्नलिखित प्रकार इस प्रकार से है :- 
ü  हिमसागर  यह आम पश्चिम बंगाल के विषय में उत्पन्न होता है.ü  लंगड़ा – यह हम उत्तर प्रदेश के वाराणसी में उगाया जाता है.ü  मालदा – यह आम बिहार के दीघा में होता है.ü  मनुकुरद एवं मुसरद – गोवा में पाये जानेवाला यह आम है.ü  बादामी – इस आम को कर्नाटक में अलफांसों भी कहते हैं और कर्नाटक में होता है यह आम
ü  बंगन पल्ली – यह आम आंध्र प्रदेश में उगाया जाता है.ü  नीलम – इस आम को हैदराबाद में उगाया जाता है.ü  देसेहरी – मलीहाबाद एवं लखनऊ में होने वाला आम है.
ü  तोतापुरी – यह मुख्य रूप से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु में पाया जाता है.
ü  जर्दालू – यह आम बिहार में पाया जाता है.ü  केसर – यह गुजरात के सौराष्ट्र में पाया जाता है.ü  अलफांसों – रत्नागिरी महाराष्ट्र में पाया जाता है.
 आम के प्रकार, aam ke fayade
आम फलों का राजा 

आम में आये पाने वाले निम्नलिखित पोषक तत्व हैं जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं :

Ø  सोडियम
Ø शुगरØ सुगर
Ø विटामिन्स-बी6, डी, के, ए, ई, बी12,
Ø राइबोफ्लेविन
Ø मैंग्निशियम
Ø मिनरल
Ø फास्फोरस
Ø प्रोटीन   
Ø पोटैशियम
Ø पानी
Ø नियासिन
Ø थायमिन
Ø टोटल लिपिड फैट    
Ø जिंक
Ø कैल्शियम
Ø कार्बोहाइड्रेट
Ø आयरन

स्वस्थ, मजबूत तंदुरुस्त और हेल्दी शरीर के लिए आम के कई चमत्कारी फायदे हैं :

  1. आंखें रहती हैं चमकदार.
  2. आँखों को रखता है आम चमकदार
  3. आम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलोन कैन्सर,  प्रोस्टेट कैंसर एवं ल्यूकेमिया से बचाव करने में मदद करता है.
  4. कोलेस्ट्राल को नियंत्रित रखता है.
  5. यह फायदेमंद है त्वचा के लिए.
  6. यह हमारी पाचन क्रिया को भी सही रखने में मदद करता है.
  7. हमारे के मोटापे/वजन को भी कम करता है.
  8. हमारे शरीर की पावर को बढाता है यानि की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.
  9. सेक्स करने की शक्ति में इजाफा करता है.
10.            आंखों के लिए आम के फायदे
11.            यह आँख की रोशनी को बढ़ाता है.  
12.            दिमाग को तरोताजा रखता है.    
13.            ब्लड प्रेशर को भी कम करता है.
14.            गर्भावस्था के समय आम के सेवन से जचा-बच्चा दोनों को फायदा        होता है.
15.            यह किडनी स्टोन की समस्या में मदद करता है.   
16.            यह दमा अथवा अस्थमा के लिए भी आम सही है.17.            डारिया होने पर आम से फायदा होता है.
18.            लीवर की समस्या में आम मदद करता है.
19.            गर्मी से बचने के लिए आम का उपयोग किया जाता है. 

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