इम्युनिटी के लिए ठीक रखें पाचनतंत्र
भागदौड़ भरी जिन्दगी में सामान्य दिनचर्या को प्रभावित किया है. लंबे समय से लगातार घर में रहने और आउटडोर एक्टिविटीज बंद होने के कारण शारीरिक निष्क्रियता में भी वृद्धि हुई है, जिसके चलते लोगों में पंचनतंत्र बिगड़ रहा है और कब्ज, एसिडिटी, पेट में भारीपन तथा अपच की समस्याएं बढ़ गई है.कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए आयुष मंत्रालय की एड्वाजारी के परिपालन की सलाह का सीधा अर्थ है कि हमें लॉकडाउन के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखना है. यह तभी संभव है जब हमारी दिनचर्या सुव्यस्थित होगी और पाचनतंत्र सुचारू रूप से काम करेगा. गुनगुने पानी का सेवन इस दिशा में बेतर उपाय है. आयुर्वेद के अनुसार खान-पान में कुछ सामान्य चीजों को आदत में लाने से पाचनतंत्र सक्रिय बना रहता है, जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है.अधिसंख्य लोग भोजन के पाशचात ठण्डा पानी पीते हैं, जो पाचनतंत्र को सुस्त बनाता है. इससे एब्सर्प्शन, एसिमिलेशन, मेटाबालिज्म और डाइजेशन ठीक से काम नहीं कर पाते. परिणामस्वरूप सही से पच न सका भोजन टाक्सिन में परिवर्तित हो जाता है. गुनगुना पानी पाचन क्रिया को तेज कर देता है. परिस्थितियों को देखते हुए इस संक्रमण काल में आयुर्वेद में वर्णित जीवनशैली, संतुलित भोजन, आहार-विहार, घर पर ही व्यायाम, योग, प्राणायाम सेहत के लिए बहुत जरूरी है.
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Immunity |
सुपाच्य भोजन व सकारात्मक सोच को होना बहुत ही जरूरी है एक अच्छी सेहत के लिए :
1. मूँग की दाल, दलीय, लौकी, पपीता, खीरा आदि का सेवन आवश्य करें.
2. हरीसब्जियाँ व विटामिन सी युक्त फलों का नियमित सेवन करें.
3. दही व छाछ पांचनतंत्र को सक्रिय बानाएगा.
4. एंटिऑक्सीडेंट युक्त सूखे मेवों का सीमित मात्रा में प्रयोग करें
5. आंवला पाउडर का सेवन पाचन तथा प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है.
6. लौंग, कालीमिर्च की एंटी बैक्टीरियल प्रापर्टीज पाचन के लिए लाभदायक है.
7. दालचीनी तथा मेथी मेटाबालिज्म ठीक रखते हैं.
8. तुलसी तथा हल्दी में एंटी बैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाते हैं, जो इम्युनिटी बढाते हैं.
9. लहसून, अदरक, नींबू का सेवन जरूर करें.
10. पर्याप्त मात्रा में निंद भी जरूरी है लेकिन असमय सोने से बायोलोजिकल क्लाक डिस्टर्ब होती है और इससे पाचनतंत्र प्रभावित होता है.
11. कोरोना के संक्रमण काल की अनिश्चिता को लेकर तनाव न लें.
12. भय, गुस्सा और उझन के कारण एंजाइम का स्राव असन्तुलित होने से पित्त बढ़ता है, जो पाचनतंत्र को ख़राब करता है.
इन्हें भी जरूरी रूप से अपनाना चाहिए
गरिष्ठ तेल- भुने भोजन तथा जंक फूड से परहेज करें.घर में है तो इसका मतलब यह नहीं कि चाय काफी का सेवन बढ़ा दे.
लॉकडाउन परिस्थितियां समस्या है, इसलिए तनावमुक्त होकर समय बिताएं.किसी भी तरह की समस्या होने पर खुद से पाचन न करें. तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेकर इलाज कराएं
भले ही यह समय घर में बीत रहा है लेकिन अपनी दिनचर्या और खान-पान समय ही रखें.
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